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रेलवे बजट: भविष्य की दिशा
रेलवे बजट 2023-24 भारतीय रेलवे के विकास और आधुनिकीकरण के लिए नई ऊंचाइयों को छूने की ओर अग्रसर है।
इस बजट में निम्नलिखित प्रमुख बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है:
पूंजीगत व्यय: रेलवे के लिए वित्त वर्ष 2023-24 के लिए लगभग ₹3 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है, जो रेलवे की क्षमता और यात्री अनुभव को सुदृढ़ करने में मदद करेगा। आर्थिक रेलवे कॉरिडोर: तीन प्रमुख आर्थिक रेलवे कॉरिडोर कार्यक्रमों का कार्यान्वयन किया जा रहा है, जिसमें ऊर्जा, खनिज और सीमेंट कॉरिडोर; बंदरगाह कनेक्टिविटी गलियारे; और उच्च यातायात घनत्व वाले गलियारे शामिल किए गए हैं। वंदे भारत कोच: 40,000 पारंपरिक रेल बोगियों को ‘वंदे भारत मानकों’ में परिवर्तित करने की योजना क्रियान्वित की जा रही है, जिससे यात्रियों को आरामदायक यात्रा का अनुभव मिल सकेगा। इन क्रियाकलापों से रेलवे की क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी और 90% तक कार्बनडाईऑक्साइड उत्सर्जन से बचा जा सकेगा जिससे प्रदुषण में कमी आएगी। इस प्रकार के रेलवे बजट देश की अर्थव्यवस्था में कुशल, उत्पादक और टिकाऊ तरीके से बड़ा बदलाव ला सकेगा जिससे देश आर्थिक उन्नति के राह पर आगे बढ़ेगा।
रेलवे बजट का समीक्षा!
रेलवे बजट 2023-24 की समीक्षा में कई महत्वपूर्ण तथ्य सामने आए हैं। इस बजट में भारतीय रेलवे के लिए लगभग ₹3 लाख करोड़ का आवंटन किया गया है, जो पिछले वर्ष के मुकाबले 25% की वृद्धि दर्शाता है1। यह बजट मुख्य रूप से रेलवे के ट्रैक व रेल डिब्बा आधुनिकीकरण, सुरक्षा वृद्धि, स्टेशन नवीनीकरण और महत्वाकांक्षी अंतरराष्ट्रीय परियोजनाओं पर केंद्रित है। इस बजट में आधुनिकता, सामाजिक समावेश और विविधता को बढ़ावा देने के लिए अलग -अलग श्रेणियों जैसे स्लीपर कोच एवं एसी कोच आदि में 300-400 वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत की गई है। इसके अलावा, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के लिए लगभग दोगुना बजट आवंटित हुआ है, जिससे यात्री सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा सके। इस बजट में रेलवे के विकास और आधुनिकीकरण के प्रयास की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है, जो रेलवे सेवाओं को बेहतर बनाएगा और देश को आर्थिक प्रगति में भी योगदान देगा।