The heartbeat of Patna – Patna Municipal Corporation

Introduction: The Heartbeat of Patna – 6 Circles of Patna Municipal Corporation

Patna, the capital of Bihar, is a historic and vibrant city. Home to millions of people, it is constantly growing. But keeping such a large city organized and liveable is no easy task. This is where the Patna Municipal Corporation (PMC) plays an important role.

PMC is actually a government body that is entrusted with the responsibility of running the city. From roads to cleanliness, everything that affects our daily lives is somehow connected to the functions of PMC.

History and Formation: The Journey of Patna Municipal Corporation

Patna, apart from being a historical city, is also the capital of Bihar. The responsibility of keeping this ancient city organized and clean lies with the Patna Municipal Corporation (PMC). But do you know how deep the roots of PMC are in history? Let us go on a journey of the formation of Patna Municipal Corporation and its historical development.

Early Steps: Patna Municipality

The story of Patna Municipal Corporation begins in the mid-19th century. In 1862, during the British Raj, a local self-government body was first established in Patna. It was known as Patna Municipality. At that time, the responsibilities of the municipality were limited, mainly including cleaning of streets, drainage system and night lighting.

20th Century: Municipal Corporation Status and Development

Patna grew rapidly as the 20th century approached. To meet the city's growing population and complex needs, the Patna Municipality needed more powers and resources. Keeping this need in mind, a historic change came in 1952. Under the Patna Municipal Corporation Act, 1951, the Patna Municipality was dissolved and replaced by the Patna Municipal Corporation (PMC).

The Backbone of Patna Municipal Corporation: Structure and Functioning

There are six administrative circles in Patna Municipal Corporation:

Each circle is headed by an Executive Officer (EO), who is responsible for municipal functions and services in the circle. Circles are further divided into wards, each of which is represented by a councillor.

Here is the list of wards included in each circle:

पटना नगर निगम (PMC) एक विशाल संस्था है, जो शहर के सुचारू रूप से चलने के लिए ज़िम्मेदार है। लेकिन इतना बड़ा काम कैसे होता है? इसका राज़ है PMC की मज़बूत संरचना (structure) में, जिसमें विभिन्न पदों और विभागों का समावेश होता है। आइए, इन अहम पदों और विभागों को करीब से जानें:

पार्षद (Councilors): PMC का आधार स्तंभ पार्षद (councilors) होते हैं। ये शहर के विभिन्न वार्डों से चुने हुए जनप्रतिनिधि होते हैं। अपने-अपने वार्डों की समस्याओं और ज़रूरतों को उठाकर PMC में रखना और विकास कार्यों की निगरानी करना पार्षदों का मुख्य काम है।

महापौर (Mayor): PMC का मुखिया महापौर (mayor) होता है। महापौर का चुनाव सीधे तौर पर जनता द्वारा होता है। वह PMC का नेतृत्व करता है और नीति निर्माण में अहम भूमिका निभाता है।

नगर आयुक्त (Municipal Commissioner): PMC के प्रशासनिक कार्यों को संभालने वाले प्रमुख अधिकारी नगर आयुक्त (municipal commissioner) होते हैं। इन्हें राज्य सरकार द्वारा नियुक्त किया जाता है। नगर आयुक्त PMC के दैनिक कार्यों की देखरेख करता है और यह सुनिश्चित करता है कि विभागों के बीच तालमेल बना रहे।

कार्यकारी दल (Executive Team): PMC के सुचारू функциониश के लिए विभिन्न विभाग होते हैं, जिनमें अभियंत्रण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, स्वच्छता विभाग आदि शामिल हैं। इन विभागों के प्रमुखों को मिलाकर एक कार्यकारी दल (executive team) का गठन किया जाता है। यह दल मिलकर PMC की नीतियों को लागू करने और शहर के विकास योजनाओं को पूरा करने की जिम्मेदारी लेता है।

यह संरचना PMC को जवाबदेही और पारदर्शिता के साथ काम करने में सक्षम बनाती है। पार्षद जनता की आवाज़ बनते हैं, महापौर नेतृत्व प्रदान करता है, नगर आयुक्त प्रशासन संभालता है, और कार्यकारी दल विभिन्न विभागों के बीच तालमेल बिठाता है। यही समन्वय PMC को पटना शहर के विकास का दायित्व कुशलतापूर्वक निभाने में मदद करता है।

कार्य और जिम्मेदारियां: पटना को संवारने का दायित्व (Functions and Responsibilities: The Responsibility of Shaping Patna)

पटना नगर निगम (PMC) सिर्फ एक सरकारी दफ्तर नहीं है, बल्कि लाखों लोगों के लिए रहने-खाने और काम करने लायक शहर बनाने वाला संगठन है। यह ज़िम्मेदारी निभाने के लिए PMC कई तरह के कार्य (functions) करता है। आइए, देखें कि PMC शहर को बेहतर बनाने के लिए किस तरह काम करता है:

अवसंरचना विकास (Infrastructure Development): सड़कें, नालियां, पुल, पार्क… ये सभी चीज़ें शहर की रीढ़ होती हैं। PMC इन सभी बुनियादी ढांचों के निर्माण, देखरेख और मरम्मत का जिम्मा संभालता है। साथ ही, यह सुनिश्चित करता है कि ये सुविधाएं समय के साथ आधुनिक और दुरुस्त रहें।

जलापूर्ति (Water Supply): हर घर में साफ पानी पहुंचाना PMC की प्राथमिक ज़िम्मेदारियों में से एक है। इसके लिए PMC शहर में जलाशयों का रखरखाव करता है, पेयजल आपूर्ति व्यवस्था का प्रबंधन करता है, और नल जल योजनाओं को लागू करता है।

स्वच्छता और कचरा प्रबंधन (Sanitation and Waste Management): शहर को स्वच्छ रखना एक बड़ी चुनौती है, लेकिन PMC इस दिशा में लगातार काम कर रहा है। PMC पूरे शहर में कचरा संग्रहण और निपटान की व्यवस्था करता है। साथ ही, सफाई अभियान चलाकर और लोगों को जागरूक करके शहर को साफ रखने का प्रयास करता है।

नगर नियोजन (Urban Planning): भविष्य के लिए सोचना ज़रूरी है। PMC शहर के विकास की योजना बनाता है और यह सुनिश्चित करता है कि निर्माण कार्य नियोजित तरीके से हो। ट्रैफिक प्रबंधन, हरित क्षेत्र का विकास, और स्मार्ट सिटी मिशन जैसी पहलें इसी दिशा में उठाए गए कदम हैं।

जन स्वास्थ्य (Public Health): स्वच्छ वातावरण और अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं हर किसी का अधिकार हैं। PMC शहर में कुछ अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों का प्रबंधन करता है। साथ ही, स्वच्छ पेयजल और साफ वातावरण सुनिश्चित करके बीमारियों को फैलने से रोकने का प्रयास करता है।

शिक्षा (Education): शिक्षा ही समाज को आगे बढ़ाती है। PMC शहर के कुछ स्कूलों का प्रबंधन करता है और यह सुनिश्चित करता है कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले।

PMC के ये कार्य ही पटना शहर को रहने लायक और व्यवस्थित बनाते हैं। हालांकि, ये चुनौतियां भी कम नहीं हैं, जिनका सामना PMC को करना पड़ता है। अगले लेख में, हम देखेंगे कि PMC किन चुनौतियों का सामना कर रहा है और उनसे निपटने के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं।

उपलब्धियां: पटना नगर निगम की विकास यात्रा (Achievements: The Developmental Journey of Patna Municipal Corporation)

पटना नगर निगम (PMC) लगातार शहर को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत रहता है। पिछले कुछ दशकों में PMC ने कई महत्वपूर्ण उल्लेखनीय परियोजनाएं (Notable projects) पूरी की हैं, जिनका सीधा असर पटनावासियों के जीवन पर पड़ा है। आइए, इनमें से कुछ परियोजनाओं पर नज़र डालें:

जलापूर्ति व्यवस्था में सुधार (Improvements in Water Supply System): शहरवासियों को 24 घंटे शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना एक बड़ी चुनौती है। PMC ने इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाए हैं। नई पाइपलाइनों के निर्माण और जलाशयों के जीर्णोद्धार से कई इलाकों में जलापूर्ति की स्थिति में सुधार हुआ है।

स्वच्छ पटना, अभियान तेज (Swachh Patna, Abhiyan Tez – Campaign for a Cleaner Patna): PMC शहर को स्वच्छ रखने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है। “स्वच्छ पटना, अभियान तेज” जैसी पहल के तहत पूरे शहर में सफाई अभियान चलाए जाते हैं। कूड़ेदानों की संख्या बढ़ाई गई है और कचरा संग्रहण व्यवस्था को दुरुस्त किया गया है।

इन परियोजनाओं के अलावा, PMC ने शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में भी सराहनीय काम किया है।

नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार (Improvement in the quality of life of citizens):

PMC के प्रयासों का सीधा असर पटनावासियों के जीवन पर पड़ा है। शहर की सड़कें बेहतर हुई हैं, जलापूर्ति में सुधार हुआ है, और स्वच्छता अभियानों से वातावरण साफ हुआ है। इन सबका नतीजा यह हुआ है कि पटना में रहने वालों के जीवन स्तर में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।हालाँकि, PMC की चुनौतियां अभी खत्म नहीं हुई हैं। आने वाले समय में PMC को किन मुद्दों से जूझना पड़ सकता है, हम इस विषय पर अगले लेख में चर्चा करेंगे।

भविष्य की रूपरेखा: स्मार्ट और सुविधाजनक पटना (Future Plans: A Smart and Convenient Patna)

पटना नगर निगम (PMC) सिर्फ वर्तमान की चुनौतियों से नहीं निपटता, बल्कि भविष्य के लिए भी रोडमैप तैयार करता है। आइए देखें कि PMC भविष्य की योजनाओं (future plans) में क्या शामिल है:

स्मार्ट सिटी मिशन का अगला चरण (The Next Phase of Smart City Mission): स्मार्ट सिटी मिशन के तहत किए गए कार्यों से उत्साहित होकर, PMC इस मिशन के अगले चरण को और भी व्यापक बनाने की तैयारी में है। इसमें सार्वजनिक परिवहन को मजबूत बनाना, ट्रैफिक प्रबंधन को तकनीक की मदद से सुधारना और शहर के ऐतिहासिक स्थलों का जीर्णोद्धार करना जैसी योजनाएं शामिल हो सकती हैं।

डिजिटल पटना (Digital Patna): आज के डिजिटल युग में, PMC शहर को डिजिटल बनाने की दिशा में भी काम कर रहा है। ऑनलाइन सेवाओं को बढ़ावा देना, ई-गवर्नेंस को लागू करना और शहर भर में मुफ्त वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराना इसी दिशा में उठाए जा रहे कदम हैं।

हरित पटना (Green Patna): प्रदूषण कम करना और पर्यावरण को संरक्षित करना सभी की ज़िम्मेदारी है। PMC पटना को हरा-भरा बनाने के लिए वृक्षारोपण अभियान चला रहा है। साथ ही, सौर ऊर्जा जैसे नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को अपनाने को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।

नागरिकों के लिए बेहतर सुविधाएं (Better Amenities for Citizens): PMC का लक्ष्य है कि पटना में रहने वाले लोगों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जाएं। पार्कों का विकास, मनोरंजन के साधनों की उपलब्धता, और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं जैसी योजनाओं पर भी फोकस किया जा रहा है।

PMC की ये महत्वाकांक्षी योजनाएं पटना को एक आधुनिक, सुविधाजनक और रहने लायक शहर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकती हैं। लेकिन, इन योजनाओं को सफल बनाने के लिए सिर्फ PMC के प्रयास کافی (kaafi – enough) नहीं हैं।

PMC में शिकायत दर्ज करने के तरीके (How to register a complaint with PMC)

पटना नगर निगम (PMC) में शिकायत दर्ज करने के लिए कई तरीके हैं। आप अपनी सुविधानुसार इनमें से किसी भी तरीके का इस्तेमाल कर सकते हैं:

शिकायत दर्ज करते समय ध्यान रखने योग्य बातें:

अपनी शिकायत में सभी आवश्यक जानकारी स्पष्ट रूप से लिखें। 1यदि आपके पास कोई सबूत है, तो उन्हें भी ज़रूर अपलोड करें।अपनी शिकायत का नंबर नोट कर लें।शिकायत दर्ज करने के बाद, उसकी स्थिति का नियमित रूप से अनुसरण करें।2अपनी शिकायत में सभी आवश्यक जानकारी स्पष्ट रूप से लिखें। 1यदि आपके पास कोई सबूत है, तो उन्हें भी ज़रूर अपलोड करें।अपनी शिकायत का नंबर नोट कर लें।शिकायत दर्ज करने के बाद, उसकी स्थिति का नियमित रूप से अनुसरण करें।

निष्कर्ष: पटना का भविष्य, हमारे हाथों में (Conclusion: Patna’s Future, In Our Hands)

पटना नगर निगम (PMC) सिर्फ एक दफ्तर नहीं, बल्कि लाखों लोगों के सपनों का संगठन है। यह वही संस्था है जो शहर को साफ, सुंदर, और रहने लायक बनाने की ज़िम्मेदारी निभाती है।

पटना नगर निगम की भूमिका और महत्व (Role and importance of Patna Municipal Corporation):

PMC कई तरह के कार्य करता है, जिनका सीधा असर पटनावासियों के जीवन पर पड़ता है। सड़कें, पानी, बिजली, स्वच्छता… ये सभी मूलभूत सुविधाएं PMC के ही प्रयासों का नतीजा हैं। इसके अलावा, PMC शहर के विकास की दिशा तय करता है और भविष्य के लिए योजनाएं बनाता है।हालाँकि, PMC अकेला यह सब हासिल नहीं कर सकता।

नागरिकों की भागीदारी का आह्वान (Call for citizen participation):

एक स्वच्छ, सुविधाजनक और विकसित पटना बनाने के लिए सिर्फ PMC के प्रयास काफी नहीं हैं। ज़रूरी है कि शहर के नागरिक भी इसमें अपनी भूमिका निभाएं।अपने इलाके की सफाई बनाए रखने में सहयोग करें।जल संरक्षण और बिजली की बचत पर ध्यान दें।PMC द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं में भाग लें।प्रशासन को समस्याओं से अवगत कराएं और उनके समाधान में सहयोग करें।नागरिकों की सक्रिय भागीदारी से ही PMC को सशक्त बनाया जा सकता है। यही वह ताकत है जो पटना को एक आदर्श शहर बनाने में मदद करेगी।आप PMC की वेबसाइट या सोशल मीडिया पेजों के ज़रिए उनके कार्यों और योजनाओं के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही, अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं और सुझाव भी दे सकते हैं।

पटना नगर निगम से संपर्क करने का सबसे अच्छा तरीका कौन सा है?

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पटना नगर निगम से संपर्क करने के कई तरीके हैं! आप अपनी सुविधा के अनुसार इनमें से कोई भी चुन सकते हैं:ऑनलाइन शिकायत पोर्टल: [https://www.pmc.bihar.gov.in] के माध्यम से ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराएं। हेल्पलाइन नंबर: आप 121 (टोल फ्री) पर कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। ट्विटर: https://x.com/cityofpatna @PatnaMunCorp को ट्वीट करें। कार्यालय में जाएं: आप अपने क्षेत्र के संबंधित कार्यकारी पदाधिकारी के कार्यालय में जाकर भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

संपत्ति कर का भुगतान ऑनलाइन कैसे कर सकता हूं?

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पटना नगर निगम की वेबसाइट पर जाकर आप आसानी से संपत्ति कर का ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं। प्रक्रिया को और आसान बनाने के लिए, क्या आप संपत्ति कर भुगतान से जुड़ी कोई खास जानकारी चाहते हैं?

मेरे इलाके में कूड़ा उठाने में देरी हो रही है, शिकायत कैसे दर्ज कराएं?

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कूड़ा उठाने में देरी की शिकायत दर्ज कराने के दो तरीके हैं:ऑनलाइन शिकायत पोर्टल: ऊपर बताए गए वेबसाइट लिंक के माध्यम से ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराएं। अपनी शिकायत में आपका पता और क्षेत्र का विवरण देना न भूलें।हेल्पलाइन नंबर: 121 पर कॉल करें और अपनी शिकायत दर्ज कराएं।

जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए क्या प्रक्रिया है?

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जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आपको जन्म और मृत्यु पंजीकरण कार्यालय से संपर्क करना होगा। हालांकि, पटना नगर निगम कुछ मामलों में जन्म प्रमाण पत्र जारी करने में भी सहायता कर सकता है। अधिक जानकारी के लिए, आप अपने क्षेत्र के संबंधित कार्यकारी पदाधिकारी के कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।

मेरे इलाके में सड़क की मरम्मत कराने के लिए क्या करना चाहिए?

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To get the road repaired, you can use any of the following methods: Online complaint portal: Register a complaint through the website and provide details of the damaged road. Toll free helpline: Call 121 and register your complaint. Contact local councillor: Contact the councillor of your area and request for road repair.

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